Sri Satchitanand Sadguru Sainath Maharaj ki Jai


With Sai's blessings, I would like to share my experiences with other Sai devotees. Sai Baba's miracles have always saved us from all troubles and our lives are blessed because He has gifted us the strength of faith in Him. This blog is my humble offering to Sai with the hope that anyone who reads this blog, all his worries would be taken care of by reading about Sai.

साईं बावनी (saai baavni)

  1. जय इश्वर जय साईं दयाल, तू ही जगत का पालनहार
  2. दत्त दिगंबर प्रभु अवतार, तेरे बस में सब संसार
  3. ब्रम्हा युक्त शंकर अवतार, शरणागत के प्राणधार
  4. दर्शन दे दो प्रभु मेरे, मिटा दो चौरासी फेरे
  5. कफनी तेरी इक साया, झोली काँधे लटकाया
  6. नीम तले तुम प्रकट हुए, फ़कीर बन के तुम आये
  7. कलयुग में अवतार लिया पतित पावन तुमने किया
  8. शिर्डी गाँव में वास किया, लोगों के मन लुभा लिया
  9. चिलम थी शोभा हाथों की, बंसी जैसी मोहन की
  10. दया भरी थी आँखों में, अमृत धारा बातों में
  11. धन्य द्वारका वोह माई, समा गए जहाँ साईं
  12. जल जाता है पाप वहां, बाबा की है धुनी जहाँ
  13. भुला भटका मैं अनजान, दे मुझको अपना वरदान
  14. करुना सिन्धु प्रभु मेरे, लाखों बैठे दर पे तेरे
  15. अग्निहोत्री शास्त्री को चमत्कार तुमने दिखलाया 
  16. जीवन दान शामा पाया, जहर सांप का उतराया 
  17. प्रलय काल रोक लिया भक्तों का भय दूर किया 
  18. महामारी भेनम किया, शिर्डिपुरी को बचा लिया 
  19. प्रणाम तुमके मेरे ईश, चरणों में तेरे मेरा शीश 
  20. मन की आस पूरी करो, भवसागर से पाकर करो
  21. भक्त भीमाजी था बीमार, कर बैठा था सौ उपचार 
  22. धन्य साईं की पवित्र उदी, मिटा गयी उसकी क्षय व्याधि 
  23. दिखलाया तुने विट्ठल रूप, काकाजी जो स्वयं स्वरुप 
  24. दामू को संतान दिया, मन उसका संतुश्ट किया
  25. कृपानिधि अब कृपा करो, दीं दयालू अब दया करो
  26. तन मन धन अर्पण तुमको, दे दो सदगति प्रभु मुझको 
  27. मेधा तुमको न जाना था, मुस्लिम तुमको न माना था
  28. स्वयं तुम बनके शिवशंकर, बना दिया उसका किंकर 
  29. रोशनाई की चिरागों से, तेले के बदले पानी से
  30. जिसने देखा आँखों हाल, हाल हुआ उसका बेहाल
  31. चाँद भाई था उलझन में, घोड़े के कारण मन में
  32. साईं ने की ऐसी कृपा, घोडा वो फिर से पा सका
  33. श्रद्धा सबुरी मन में रखो, साईं साईं नाम रटो
  34. पूरी होगी मन की आस, कर लो साईं का निज ध्यान
  35. जान के खतरा तात्या का, दान दी अपनी आयु का
  36. ऋण बायजाका चूका दिया, तुमने साईं कमाल किया
  37. पशुपक्षी पर तेरी लगन, प्यार में तुम थे उनके मगन 
  38. सब पर तेरी रहम नज़र, लेते सब की खुद ही खबर
  39. शरण में तेरे जो आया, तुमने उसको अपनाया  
  40. दिए है तुमने ग्यारह वचन, भक्तों के प्रति ले कर आन 
  41. कण-कण में तुमहो भगवान, तेरी लीला शक्ति महान
  42. कैसे करू तेरे गुणगान, बुद्धि हीन मैं हूँ नादान
  43. दीं दयालु तुम हो दाता, हम सब के तुम हो त्राता 
  44. कृपा करो अब साईं मेरे, चरणों में ले लो अब तेरे
  45. सुबह शाम साईं का ध्यान, साईं लीला के गुणगान
  46. दीन भक्ति से जो गायेगा, परम पद को वह पायेगा
  47. हर दिन सुबह और शाम को, गाये साईं बावनी को 
  48. साईं देंगे उसका साथ, लेकर अपने हात में हात 
  49. अनुभव तृप्ति के यह बोल, शब्द बड़े हैं यह अनमोल
  50. यकीन जिसने मान लिया, जीवन उसने सफल किया
  51. साईं शक्ति विराट स्वरुप, मन मोहक साईं का रूप
  52. गौर से देखो तुम भाई, बोलो जय सदगुरु साईं ||
 अनंत कोटि ब्रम्हांड नायक राजाधीराज योगिराज परब्रह्म श्री सत्चितानंद सदगुरु साईनाथ महाराज की जय ||